Jaunpur news चिकित्सक की पत्नी पर बंदरों के झुंड ने किया हमला

चिकित्सक की पत्नी पर बंदरों के झुंड ने किया हमला
गौराबादशाहपुर में दिनों दिन बढ़ रहा बंदरों का आतंक
जौनपुर।
जिले के नगर पंचायत गौराबादशाहपुर में बंदरों का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। जिसका ताजा शिकार रविवार की सुबह चिकित्सक की 59 वर्षीय पत्नी उस वक्त हो गई जब वह छत पर गेहूं सूखने के लिए डालने को गई थी। इस दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
नगर पंचायत गौराबादशाहपुर के बंजारेपुर वार्ड में अपना निजी चिकित्सालय चलाने वाले डॉक्टर अर्जुन कुमार विश्वास की पत्नी पुतुल विश्वास 59 रविवार की सुबह लगभग 7 बजे छत पर गेहूं सूखने के लिए फैला रही थी। तभी अचानक उन पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। चीख पुकार सुनकर स्वजन भाग कर छत पर पहुंचे तथा बंदरों को भगाया। इस दौरान बंदरों ने काटकर महिला का दाहिना हाथ कोहनी के ऊपर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया था। चिकित्सा अर्जुन कुमार विश्वास ने खुद टांके लगाकर पत्नी का उपचार किया।
डॉ अर्जुन कुमार विश्वास ने बताया कि नगर पंचायत गौराबादशाहपुर में काफी दिनों से बंदरों का आतंक बहुत बढ़ा हुआ है। आए दिन कोई न कोई इन बंदरों के हमले में घायल होता रहता है। कई बार नगर पंचायत के अधिकारियों से शिकायत नगरवासियों ने की परंतु इस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
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बंदरों को यहाँ लाकर छोड़ गया है
गौराबादशाहपुर। गौराबादशाहपुर क्षेत्र में बंदरों का अचानक बढ़ाना कोई मामूली कारण नहीं है। बताते हैं कि चार पहिया वाहन से रात के अंधेरे में करीब 15 से 20 बंदरों को अर्ध बेहोशी हालत में लाकर नगर में छोड़ा गया था। यह कार्य बंदर पकड़ने वाले ही किए हैं। इस संबंध में एक जानकार बताते हैं कि बंदरों को पकड़ने के लिए उनके रहने वाले स्थान पर पानी व खाने में कोई नशीला चीज मिला दिया जाता है। जब बंदर वहां खाने के लिए आते हैं तो उन्हें जाल के सहारे पकड़ लिया जाता है । फिर उन्हें किसी चार पहिया वाहन में रखकर रात के अंधेरे में छोड़ दिया जाता है । गौराबादशाहपुर में छोड़े गए बंदर भी कुछ इसी तरह के हैं।