भगवान श्रीरामजी का चरित्र प्रेणादायक :- राजनदास जी महाराज

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भगवान श्रीरामजी का चरित्र प्रेणादायक :- राजनदास जी महाराज

जफराबाद।भगवान श्रीराम जी का पूरा जीवन मनुष्य के जीवन के लिए अनुकरणीय है।हम अपने जीवन को इन्ही के आचरण को धारण कर धन्य बना सकते हैं।यह बाते सोमवार की शाम को श्री दया नारायण लीला समिति का उदघाटन के पश्चात बोलते हुए जमैथा के परमहंस आश्रम के महंत राजनदास जी महाराज ने कही।
उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम ने अपने जीवन मे मर्यादा की डोर को कभी नही छोड़ा।उन्होंने हमेशा अपने जीवन से मनुष्य के लिए एक अच्छी सीख दिया।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि संभागीय निरीक्षक प्राविधिक अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि भगवान श्रीरामजी का सब्र,त्याग तथा कर्तव्य जीवन में उतारकर मनुष्य धन्य हो सकता है।उन्होंने कहा कि हमे उनके चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए।इसके पूर्व अतिथियों ने श्रीराम लीला मंच का फीता काटकर उदघाटन किया।उसके बाद भगवान श्री राम की पूजन आरती तथा मुकुट पूजा किया।ततपश्चात संस्था के अध्यक्ष योगेश श्रीवास्तव, महामंत्री प्रदीप श्रीवास्तव, उमेश मिश्र,सुरेंद्र यादव,अकिंत श्रीवास्तव, सजंय यादव,अजय बेनवंशी,सत्यम श्रीवास्तव,शरद यादव,राम आसरे मिश्र,अतुल सिंह बृजेश मिश्र आदि ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वंश नारायण सिंह तथा संचालन राजेन्द्र यादव टाइगर ने किया।
इस मौके पर प्रिंस श्रीवास्तव, भूपेश श्रीवास्तव, ज्ञानेश श्रीवास्तव, मुकेश जायसवाल,अरविंद जायसवाल, जगन्नाथ चौहान आदि मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अंत मे प्रबंधक अखिलेश सिंह तथा प्रदीप श्रीवास्तव ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

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