October 19, 2024

बाला लखंदर का हत्यारोपी न्यायालय से फरार पेशी के दौरान पुलिस को दिया चकमा

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बाला लखंदर का हत्यारोपी न्यायालय से फरार
●पेशी के दौरान पुलिस को दिया चकमा
जौनपुर। शुक्रवार को दीवानी न्यायालय परिसर से सपा नेता व प्रापर्टी डीलर बाला लखंदर यादव का हत्यारोपी जयप्रकाश गायकवाड न्यायालय में पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
प्राप्त समाचार के अनुसार जिले के बहुचर्चित प्रॉपर्टी डीलर व भू माफिया बाला लखंदर की एक फरवरी 2021 को जौनपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर टहलते समय बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें बाला लखंदर के परिजनों द्वारा मड़ियाहूँ के ब्लॉक प्रमुख समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था। विवेचना के दौरान हत्याकांड में सैदनपुर गांव निवासी ओम चंद्रगुप्त, उमेश गौड़, मड़ियाहूँ थाना क्षेत्र के रामपुर नद्दी ग्राम निवासी रितेश सिंह व महाराष्ट्र के जयप्रकाश गायकवाड पुत्र श्री प्रकाश गायकवाड निवासी पुंगी वाड़ी , पाटिल बस्ती, जिला शोलापुर, महाराष्ट्र का नाम प्रकाश में आया।
10 फरवरी 2021 को पुलिस ने जयप्रकाश को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया था तभी से यह हत्यारोपी विचाराधीन कैदी के रूप में जिला कारागार में निरुद्ध था। मुकदमे की सुनवाई के दौरान दीवानी न्यायालय में पेशी के लिए पुलिस कर्मियों के द्वारा ले जाया जाता था। शुक्रवार को भी पुलिसकर्मी जयप्रकाश गायकवाड को न्यायालय में पेशी होने के पश्चात लाकप की तरफ लेकर जा रही थी, इसी बीच वह भीड़ का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। इसकी धर पकड़ व छानबीन के लिए पुलिस अधीक्षक ने टीम गठित कर दिया है।
क्षेत्राधिकार नगर देवेश सिंह ने बताया कि मुलजिम के फरार होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने प्रभारी न्यायालय सुरक्षा अमित कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है। मुंबई जाने वाली सभी ट्रेनों में सघन चेकिंग की जा रही है। इसी क्रम में मड़ियाहूँ रेलवे स्टेशन पर गोदान एक्सप्रेस के सभी बोगियों में तलाशी व खोजबीन का कार्य किया गया।
कुछ दिनों पूर्व भी एक मुलजिम दीवानी न्यायालय परिसर से सीजेएम कोर्ट में पेशी के लिए ले जाते समय फरार हो गया था जिसे पब्लिक के सहयोग से पुलिस बड़ी मशक्कत के बाद फरार होने के कुछ देर बाद मियाँपुर से गिरफ्तार कर पाई थी। उस मामले में लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करने की बजाय मामले की लीपापोती करके घटना को छुपा लिया गया। जिसका परिणाम यह रहा कि शुक्रवार को यह दूसरी घटना हो गई। यह पुलिस की कार्य कुशलता व मुस्तैदी पर एक प्रश्न चिन्ह है। सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी की बजाय मोबाइल पर व्यस्त रहते हैं। उनके विरुद्ध जब तक सख्त कार्यवाही नहीं होगी तब तक वे इसी प्रकार की लापरवाही करते रहेंगे और जघन्य अपराधों के आरोपी ऐसे ही न्यायालय से फरार होते रहेंगे।

रिपोर्टरःसूर्य मणि पाण्डेय जौनपुर

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