वायरल वीडियो थानाध्यक्ष के लिए बना मुसीबत, पीड़िता के घर से विपक्षी के साथ निकलते देखे गए थानाध्यक्ष
जलालपुर। जलालपुर थानाध्यक्ष रामसरीख गौतम की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। नाबालिक किशोरी द्वारा लगाए गए आरोप़ों की जांच अभी चल ही रही थी कि मौकायेवारदात का वायरल वीडियो अब थानाध्यक्ष के गले की फांस बनती दिखाई दे रही है। वीडियो में थानाध्याक्ष रामसरीख गौतम पीड़ित नाबालिग किशोरी के घर से विपक्षियों के साथ निकलते दिखाई दे रहे हैं।
राजेपुर गांव निवासी पीड़ित नाबालिग किशोरी जन्नतबानो ने जलालपुर थानाध्यक्ष रामसरीख गौतम पर आरोप लगाया है कि बीते मंगलवार को हमारे विपक्षियों से मिलकर मौके पर खड़े होकर थानाध्यक्ष उसके परिवार की जमीन पर जबरन खड़ंजा लगवा रहे थे जब किशोरी ने थानाध्यक्ष की दबंगई का वीडियो छत से बनाना शुरू किया तो थानाध्यक्ष विपक्षियों के साथ उसके घर में घुस गए और विपक्षियों से पकड़वाकर उसे जमकर मारा पीटा। किशोरी का यह भी आरोप है कि थानाध्यक्ष ने उसके परिजनों को भी मारा पीटा और खड़ंजा लगवाने में अवरोध उत्पन्न न करने के लिए डराया धमकाया। जब हम लोग नहीं माने और खड़ंजा लगाये जाने का बार-बार विरोध किया तो गुस्साए थानाध्यक्ष ने नाबालिक किशोरी जन्नतबानो तथा उसके बड़े पिता अलीरजा को पुलिस की गाड़ी में बैठकर थाने लाकर मारापीटा। नाबालिक किशोरी जन्नत बानो की माता राबिया ने जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में थानाध्याक्ष पर और कई आरोप लगाये हैं जिसकी जांच चल रही है।
थाने पर लगे सीसीटीवी कैमरे खोलेंगे राज, किशोरी का आरोप है सत्य या निराधार
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जलालपुर। थाने पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से ही यह राज खुलेगा कि पुलिस की गाड़ी से नाबालिग किशोरी को लाया गया है या किशोरी खुद चलकर थाने पर आई थी। क्षेत्राधिकारी का बयान आने के बाद इस बात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
दरसल राजेपुर गांव निवासी नाबालिग किशोरी जन्नत बानो को बीते मंगलवार को मारपीट कर घर से जबरन उठाकर पुलिस की गाड़ी में बैठाकर थाने लाकर पिटाई करने का मामला जब तूल पकड़ने लगा तो क्षेत्राधिकार केराकत गौरव शर्मा द्वारा वीडियो बनाकर एक बयान जारी किया गया। बयान में किशोरी के द्वारा लगाए गए थानाध्यक्ष पर सारे आरोपों को प्रथम दृष्टया असत्य बताया गया और इससे पहले भी मीडिया से बातचीत में क्षेत्राधिकार ने बताया था कि नाबालिग लड़की खुद चलकर थाने पर आई थी और शाम को उसे उसी के गांव के ही एक व्यक्ति को सुपुर्दगी में दे दिया गया। क्षेत्राधिकारी के बयान से यह साबित हो गया कि नाबालिक किशोरी को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया था। अब सवाल यह उठ रहा है कि नाबालिक किशोरी जन्नत बानो को पुलिस उसके घर से उठाकर लाइ थी की वह खुद चलकर थाने पर आई थी और थाने पर आने के बाद उसको पुलिस ने मारा पीटा है या नहीं । आखिरकार नाबालिक लड़की के साथ थाने में उस समय क्या-क्या हुआ इन सारे राज से पर्दा तभी उठेगा जब थाने पर लगे सीसीटीवी फुटेज अधिकारियों द्वारा खंगाला जाएगा। हालांकि क्षेत्राधिकारी ने बयान में यह भी कहा है कि जांच की जा रही है यदि पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी ।
बचाव में पुलिस ने खड़ंजा उखाड़ने का वीडियो किया वायरल
जलालपुर। जलालपुर थानाध्यक्ष रामसरीख गौतम राजेपुर गांव में खड़े होकर खड़ंजा लगवाने तथा नाबालिक किशोरी को घर में घुसकर मारने पीटने तथा जबरन किशोरी को घर से थाने पर लाकर मारने- पीटने सहित तमाम आरोपों से घिरने लगे तो उन्होंने भी अपने बचाव में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया। वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा था कि नाबालिक किशोरी जन्नत बानो तथा उसके साथ एक महिला खड़ंजे की ईटों को उखाड़ रही है। वायरल वीडियो के बारे में जब जानकारी ली गई तो पता चला वायरल वीडियो लगभग दो माह पुराना है। वायरल वीडियो के बारे में पीड़ित के परिजनों ने बताया कि लगभग दो माह पूर्व कुछ लोगों के दबाव में मेरे जमीन में जबरन खड़ंजा लगाया गया था जिसे हम लोगों द्वारा उखाड़ कर फेंक दिया गया था। परंतु बीते मंगलवार को थानाध्यक्ष महोदय मौके पर खड़े होकर खड़ंजा लगवा रहे थे खड़ंजा लगवाने का उनके पास किसी सक्षम अधिकारी का आदेश भी नहीं था। एसडीएम ने जो आदेश किया था उसमें स्पष्ट रूप से केवल बाउंड्री का निर्माण न करने के लिए कहा गया था न कि खड़ंजे के पुनर्निर्माण का कोई आदेश था। हल्का लेखपाल की रिपोर्ट के अनुसार यह हमारी भूमिधरी/ आबादी की जमीन है।
खड़े होकर खड़ंजा लगवाने का थानाध्यक्ष का वीडियो वायरल
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जलालपुर। पीड़ित जन्नत बानो के परिजनों का थानाध्यक्ष पर एक आरोप यह भी था कि थानाध्यक्ष विपक्षियों से मिलकर मौके पर खड़े होकर खड़ंजा लगवा रहे थे। पीड़िता के परिवार के लोगों ने बताया कि खड़ंजा लगवाने का वीडियो भी वायरल हो रहा है वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि थानाध्यक्ष जिस समय वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे थे उस समय मौके पर कोई खड़ंजा नहीं था कुछ ही देर बाद के वीडियो में लगभग आधा खड़ंजा लगने तक थानाध्यक्ष मौके पर ही पूरी फोर्स के साथ डटे दिखाई दे रहे हैं।