September 19, 2024

पूर्व मंत्री और दो पूर्व विधायको ने थामा भाजपा का दामन

Share

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ही सपा के गढ़ में बीजेपी ने की सेंधमारी

जौनपुर।विपक्षी दलों द्वारा भाजपा को 2024 में पटखनी देने के लिए टीम इंडिया की घोषणा कर मैदान मे उतरने से पहले बीजेपी ने सपा के तीन पूर्व विधायको को तोड़कर उन्ही के ही गढ़ में चित कर दिया। लोकसभा चुनाव के पहले ही भाजपा ने सपा को बड़ा झटका देते हुए उनके तीन पूर्व विधायको अपने पाले में ले लिया।जिसका असर 2024 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा।बीजेपी ने सपा के पूर्व व मंत्री जगदीश सोनकर, केराकत के पूर्व विधायक गुलाब सरोज और मुंगराबादशाहपुर की पूर्व विधायक सुषमा पटेल के भाजपा प्रदेश कार्यालय में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करते ही सपा में भूचाल आ गया। ऐसे में सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के विपक्षियों के इंडिया में दम भरने से पहले ही चित हो गई।

आप को बता दे कि पूर्व राज्यमंत्री जगदीश सोनकर सपा के टिकट पर चार बार विधायक चुने गए। लेकिन पार्टी ने 2022 में उनका टिकट काटकर रागनी सोनकर को मैदान में उतार दिया था। जगदीश सोनकर दो बार मछलीशहर व दो बार शाहगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनका टिकट काटकर रागनी सोनकर को मैदान में उतार दिया था। जिसके चलते वे सपा से नाराज चल रहे थे।केराकत से सपा के पूर्व विधायक गुलाब सरोज ने सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर लिया।गुलाब सरोज कर्मचारी से इस्तीफा देकर 2012 में साइकिल पर सवार होते हुए पहली बार विधायक चुने गए। 2017 व 2022 में पार्टी ने इनको टिकट नहीं दिया। इससे यह काफी दिनों से असंतुष्ट चल रहे थे।
मुंगराबादशाहपुर की पूर्व विधायक सुषमा पटेल भी भाजपा की सदस्यता कर ली। सुषमा पटेल 2017 में हाथी पर सवार होकर विधानसभा पहुची थी।बाद में बसपा से निष्कासित होने के सपा का दामन थाम लिया था।2022 में सपा ने उन्हें मड़ियाहूं विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था।लेकिन जनता ने नकार दिया था। अब सुषमा पटेल सपा को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गयी ।सुषमा पटेल के ससुर दूधनाथ पटेल 1985 में लोकदल से व सास सावित्री पटेल 1989 में जनता दल और फिर 1993 में सपा-बसपा गठबंधन से मड़ियाहूं से ही विधायक रह चुकी हैं।अब 2024 का लोकसभा चुनाव दिलचस्प हो गया।भाजपा के ऑपरेशन लोटस अभियान से सपा की नींद हराम हो गई और अब देखना होगा कि आगामी चुनाव में बीजेपी को कितना फायदा मिलता है और सपा को कितना नुकसान होता है।

About Author