November 22, 2024

तीसरे राउंड से ही बीजेपी का वोट खिसकना शुरू हुआ तो आख़िर तक रहा बरक़रार

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रिकाउंटिंग में सपा से वसीम अहमद जीत दर्ज की

राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव की नही बची प्रतिष्ठा

यूसुफ खान
जौनपुर

आखिरकार समाजवादी पार्टी ने बीजेपी को मात्र 72 मतों से पटखनी दी है। शनिवार को पांचवे राउंड का नतीजा आया तो बीजेपी ने धांधली का आरोप लगाते हुए रिकाउंटिंग की मांग की । आरओ के आदेश पर दुबारा हुई मतगणना में देर शाम सपा प्रतयाशी वसीम अहमद ने जीत दर्ज की । क़रीब 12 वार्डो तक बीजेपी समाजवादी पार्टी से आगे रही । पांचवें चक्र की गिनती में बीजेपी की कमल खिलने में रुक गई । राज्यमंत्री की कम्पैनिंग का भी कोई असर नही दिखा ।

छः टेबल पर 23 बूथों पर अपराह्न साढ़े तीन बजे तक मतगणना में सपा उम्मीदवार वसीम अहमद ने 4214 मत प्राप्त किया जबकि रूपेश को 4147 मत मिला । महज़ 67 वोट से सपा के पक्ष में नतीजा आता दिखा।
शुरू से आख़िर तक बीजेपी समाजवादी पार्टी से मामूली अंतर से आगे रही। पार्टी उम्मीदवार ने रूपेश गुप्ता के ग़लत काउंटिंग का आरोप लगाते हुए पुनः मतगणना की मांग की । दुबारा हुए काउंटिंग में वसीम अहमद ने 72 वोट से पटखनी दे दी । हालाकि पहले चक्र में बीजेपी 632 वोटों से आगे रही । दूसरे राउण्ड में भी बढ़त 1018 हो गई । तीसरे में बीजेपी की रफ़्तार रूक गई । क़रीब 435 सपा का मत बढ़ गया । इसी तरह चौथे और पांचवें राउंड तक बीजेपी की रफ़्तार कम बनी रही । सपा प्रत्याशी को कुल मत 4219 जबकि बीजेपी कंडीडेट को 4147 वोट मिले । आरओ महेंद्र प्रताप सिंह ने देर रात्रि वसीम अहमद को जीत का प्रमाण पत्र दिया ।
एआईएमआईएम फारूक आजम 665, बसपा से इरफ़ान अहमद 334 वोट प्राप्त हुआ । सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहा ।

इंसेट-

तहसीलदार पर दस लाख रुपये लेकर जिताने का लगा आरोप

खेतासराय(जौनपुर) रिटर्निंग अफ़सर द्वारा माइक पर जीत की घोषणा होते ही बोजेपी समर्थक भड़क उठे । भाजपा नेता नरेंद्र सिंह और मण्डल अध्यक्ष धर्मेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में पार्टी के आधा दर्जन कार्यकर्ता पर धरना पर बैठ गए । आरोप लगाया तहसीलदार और एसडीएम ने दस लाख रुपये लेकर सपा के पक्ष में फ़ैसला कर दिया । काफ़ी हंगामे के बीच निर्वाचित चेयरमैन वसीम अहमद को पिछले गेट से भारी फ़ोर्स के साथ घर भेजवाया । देर रात्रि तक पार्टी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन चलता रहा ।

इनसेट-

कही बीजेपी प्रत्याशी की पत्नी का वोट तो हार का नही बना कारण..

खेतासराय(जौनपुर) यू तो अधिकृत तौर पर दस लोग मैदान में आए । बीजेपी और सपा के कांटे की लड़ाई में निर्दल प्रत्याशी वोट कटवा साबित हुए । ख़ुद तो जीत नही सकें लेकिन दोनों प्रमुख दलों के हार जीत के अंतर को प्रभावित कर दिये। यह दीगर बात रही हार जीत का अंतर बहुत कम रहा । सपा की जीत में एआईएमआईएम भी बाधक बनते बनते रह गयी । वही दूसरी तरफ़ बीजेपी प्रत्याशी की पत्नी सीमा ने भी बतौर निर्दल नामांकन कर रखा था । उन्हें 97 मत मिले । कही उनके ही वोट से पार्टी को खाता खोलने से वंचित रह गई ?

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