August 18, 2025

Jaunpur news विश्व फोटोग्राफी दिवस : प्रकाश और छायाओं की अनंत यात्रा

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विश्व फोटोग्राफी दिवस : प्रकाश और छायाओं की अनंत यात्रा

डॉ. सुनील कुमार
असिस्टेंट प्रोफेसर, जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग,
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर


फोटोग्राफी की प्रारंभिक यात्रा

विश्व फोटोग्राफी दिवस प्रत्येक वर्ष 19 अगस्त को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य फोटोग्राफी के महत्व को रेखांकित करना और उसके माध्यम से समाज, संस्कृति व इतिहास के संरक्षण को याद करना है।

1826 में फ्रांस के वैज्ञानिक जोसेफ़ नाइसफोर निएप्स ने पहली स्थायी तस्वीर खींची। इसके बाद लुई दाग्युर ने डग्युरोटाइप पद्धति विकसित की, जिसने फोटोग्राफी को लोकप्रियता दिलाई। धीरे-धीरे यह कला श्वेत-श्याम छवियों से रंगीन और फिर डिजिटल युग से होती हुई आज एआई तकनीक तक पहुँच चुकी है।

फोटोग्राफी सिर्फ तस्वीरें खींचना नहीं, बल्कि क्षणों को सहेजना है। यह समय को स्थायी रूप देने की कला है, जो आने वाली पीढ़ियों तक संदेश पहुँचाती है।


फोटोग्राफी क्या है?

फोटोग्राफी केवल तकनीक नहीं, बल्कि संवेदनाओं का विज्ञान है। इसमें प्रकाश और छाया का अद्भुत खेल है। दार्शनिक ओशो ने कहा था—
“फोटोग्राफर केवल कैमरे से नहीं, बल्कि अपनी आँखों और आत्मा से तस्वीरें खींचता है।”


फोटोग्राफी का महत्व

  • इतिहास और संस्कृति को जीवित रखने का साधन।
  • पत्रकारिता में सच्चाई का प्रमाण।
  • पर्यटन, फैशन, विज्ञान और चिकित्सा में योगदान।
  • व्यक्तिगत जीवन में स्मृतियों का खजाना।

कहा जाता है कि “बिना फोटो के अख़बार वैसा ही लगता है जैसे जीवन बिना रंगों के।” तस्वीरें समाचार को न केवल जीवंत बनाती हैं बल्कि उसे विश्वसनीय भी करती हैं।


आधुनिक तकनीक और फोटोग्राफी

डिजिटल कैमरों ने पारंपरिक फिल्म की सीमाओं को तोड़ दिया। DSLR और मिररलेस कैमरों ने पेशेवर फोटोग्राफी को नई ऊँचाई दी। ड्रोन कैमरों ने आकाशीय दृष्टिकोण से धरती को दिखाना संभव बनाया। वहीं 360 डिग्री और VR फोटोग्राफी ने दर्शक को तस्वीर के भीतर जीने का अनुभव दिया।

आज एआई आधारित तकनीक रंग, प्रकाश और फोकस को स्वतः नियंत्रित कर तस्वीरों को और अधिक यथार्थवादी बना रही है।


मोबाइल कैमरा और जीवनशैली

कभी तस्वीर खींचने के लिए भारी कैमरे जरूरी थे, आज हर जेब में कैमरा है। मोबाइल ने फोटोग्राफी को लोकतांत्रिक बना दिया। हर व्यक्ति अब फोटो पत्रकार है। हालांकि, इसने पेशेवर फोटोग्राफी के महत्व को भी चुनौती दी है।


कैमरों के प्रकार

  • स्टिल कैमरा – फिल्म रोल आधारित पारंपरिक कैमरा।
  • डिजिटल कैमरा – मेमोरी कार्ड आधारित, तुरंत परिणाम।
  • DSLR कैमरा – उच्च गुणवत्ता और लेंस बदलने की सुविधा।
  • मिररलेस कैमरा – हल्का और तेज़, नई पीढ़ी की पसंद।
  • मोबाइल कैमरा – सुविधाजनक लेकिन सीमित नियंत्रण।

फोटोग्राफी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)

एआई ने तस्वीरों को खींचना और संपादित करना बेहद आसान बना दिया है। अब मशीनें स्वतः फ्रेमिंग और एडिटिंग करती हैं। लेकिन इसका दूसरा पहलू यह है कि असली और कृत्रिम तस्वीरों का फर्क समझना कठिन होता जा रहा है, जो पत्रकारिता और सत्य के लिए चुनौती है।


भारत के विख्यात फोटोग्राफर

  • होमाई व्यरावाला – भारत की पहली महिला प्रेस फोटोग्राफर।
  • रघु राय – विश्व प्रसिद्ध, पद्मश्री से सम्मानित।
  • डब्बू रत्नानी – फैशन और फिल्म जगत की पहचान।
  • अतुल कसबेकर, सुदीप भट्टाचार्य, दीपक सैलोमन आदि ने भी भारत को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।

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