सरैयां गांव के ग्रामीणों ने चकबंदी विभाग पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए डीएम से मिलकर की शिकायत।
सरैयां गांव के ग्रामीणों ने चकबंदी विभाग पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए डीएम से मिलकर की शिकायत।
डीएम ने एसोसी और चकबंदी अधिकारी को ग्रामीणों के सामने बुलवाकर मामले की ली जानकारी।
जौनपुर।
धर्मापुर ब्लॉक क्षेत्र के सरैयां गांव के ग्रामीणों ने गांव में चल रही चकबंदी में चकबंदी विभाग पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए डीएम को प्रार्थना पत्र देकर से शिकायत किया।
धर्मापुर ब्लॉक क्षेत्र के सरैयां गांव के ग्रामीणों ने बुधवार को डीएम डॉ0 दिनेश चंद्र से मिलकर चकबंदी अधिकारी किरतापुर रामजी शुक्ल पर मनमानी करने का आरोप लगाया। गांव के प्रभात राय, रवि प्रकाश राय, नीरज राय, आशुतोष राय, सतीश राय, शिव राय ने प्रार्थना पत्र देते हुए डीएम से शिकायत करते हुए बताया कि इस समय गांव में चकबंदी प्रक्रिया चल रही हैं। कई काश्तकारों के मौके के चक को मनमाने ढंग से दूर कर दिया जा रहा तो कई लोगो के चक को इधर से उधर कर दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि चकबंदी अधिकारी किरतापुर गांव के दो- तीन प्रभावशाली व्यक्तियों के दबाव में आकर कार्य करते हैं। जो जिले के एक मंत्री के करीबी है। ऐसे में गांव में विवाद की स्थिति बनी हुई है। हर रोज काश्तकार जिला मुख्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। काफी परेशानी बनी हुई है। ऐसी स्थिति में किसी सक्षम अधिकारी को गांव में भेजकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने की मांग की गई। डीएम ने मौके पर एसोसी स्वतंत्र वीर सिंह और चकबंदी अधिकारी रामजी शुक्ल को अपने ऑफिस में बुलाकर मामले की जानकारी प्राप्त की। तथा कड़ी हिदायत दी कि किसी भी मामले में किसी काश्तकार के साथ गलत नही होना चाहिए। डीएम ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि निष्पक्ष रूप से ही चकबंदी प्रक्रिया की जाएगी।
इस अवसर पर सतीश राय, रवि प्रकाश राय, संजय राय, शिव राय, रामचंद्र, प्रभात राय, आशुतोष राय आदि मौजूद रहे।