यज्ञ में हिस्सा लेने वाला पापों से होता है मुक्त :-शंकर शास्त्री
यज्ञ में हिस्सा लेने वाला पापों से होता है मुक्त :-शंकर शास्त्री
जफराबाद।क्षेत्र के धनेजा गांव में सई नदी के तट पर स्थित नरईबीर धाम परिसर में चल रहे रुद्र महायज्ञ के कार्यक्रम में बोलते हुए यज्ञाचार्य शंकर शास्त्री ने कहा कि यज्ञ मण्डप की परिक्रमा का पुण्य इतना प्रबल होता है कि उससे कई जन्मों के संचित पाप नष्ट हो जाते हैं।
श्री शास्त्री ने कहा कि यज्ञ का महात्म्य अक्षुण्ण है।यज्ञ में शामिल लोग निश्चित ही अपने जन्म को सवार लेते हैं।उनको कलियुग का असर नही होता है।
ज्ञात हो इस यज्ञ में सुबह की शुरुआत ब्राम्हणों के वेद पाठ से हो रहा है। इसके बाद मंदिर परिसर व मंडप में स्थित देवी देवताओं के पूजन अर्चन व हवन आरती होती है। पुण्य लाभ की कामना से श्रद्धालु जन प्रातःकाल से देर शाम तक यज्ञ मंडप की परिक्रमा करते देखे जा रहे हैं।वहीं वेदमन्त्रों के बीच शुक्रवार को पूरे दिन यज्ञ स्थल स्वाहा के स्वरों से गूंजता रहा। भव्य यज्ञ मंडप में यजमानों की आहुतियां जन कल्याण के लिए समर्पित थी।
देवरिया कुटी नियार आश्रम के परमसंत श्री त्रिभुवन दास महराज के सानिध्य में जन सहयोग से जनकल्याण के लिए हो रहे इस अनुष्ठान में जन सामान्य की सक्रिय सहभागिता दिख रही है। हवन-पूजन, आरती के बाद रामकथा चलती है। गुरुवार की रात में विंध्याचल से पधारे अमरनाथ त्रिपाठी, आजमगढ़ से आए गंगासागर पांडेय व वाराणसी की सुधा पांडेय ने रामकथा सुनाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।