राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को खिलाई गई एलबेंडाजोल गोली

-सीएमओ ने गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल मतापुर में किया उद्घाटन, स्कूल के 93 बच्चे लाभान्वित
-24,68,803 बच्चों को खिलाने का लक्ष्य, 17 को मापअप राउंड में छूटे बच्चे खाएंगे
जौनपुर,
मतापुर स्थित गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल में गुरुवार को मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान दिवस का उद्घाटन किया। इस दौरान स्कूल में पंजीकृत कुल 93 बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली खिलाई गई जिसमें अभियान के नोडल अधिकारी डॉ राजीव कुमार तथा स्कूल की प्रधानाचार्य संगीता पांडे ने भी बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली खिलाई।
डॉ लक्ष्मी सिंह ने बताया कि जनपद के समस्त सरकारी, निजी स्कूलों, मदरसों में छह वर्ष से 19 वर्ष के सभी पंजीकृत बच्चों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन वर्ष से छह वर्ष के सभी बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली खिलाई जा रही है। 17 अगस्त को मापअप दिवस का आयोजन होगा जिसमें छूटे हुए बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। अभियान के दौरान जनपद में 24,68,803 बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली खिलाते जाने का लक्ष्य है। इस दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। उन्होंने एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने, उनके सही विकास और वृद्धि के लिए हर छह माह पर एलबेंडाजोल की गोली अवश्य खिलाने का आग्रह किया।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाए जाने की तैयारियों के संदर्भ में दो अगस्त को सीएमओ कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में अन्तर विभागीय समन्वय समिति की बैठक में तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया था। अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार (आईसीडीएस) एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों का अभिमुखीकरण कर लिया गया है।
अभियान के दौरान एक वर्ष से दो वर्ष के बच्चों को आधी खुराक दी जाएगी। इसमें उन्हें दो सौ मिलीग्राम एलबेंडाजोल टैबलेट को दो चम्मचों के बीच पीसकर स्वच्छ जल के साथ खिलाया जाएगा। वहीं दो वर्ष से 19 वर्ष के बीच के बच्चों को 400 मिलीग्राम की एक गोली दो चम्मचों के बीच पीसकर स्वच्छ जल के साथ खिलाई जाएगी अथवा गोली को अच्छी तरह से चबाकर खाने के लिए कहा जाएगा। बताया गया कि बेहतर परिणाम के लिए गोली को चबाकर, पीसकर या चूरा बना कर खाना ज्यादा अच्छा माना जाता है। स्कूल में पंजीकृत सभी छात्रों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक से 19 वर्ष के बच्चों को एवं स्कूल न जाने वाले किशोर-किशोरियों को एलबेंडाजोल टैबलेट खिलाया जाना है।